155 स्वर्ण, 201 रजत और 316 कांस्य एथलेटिक्स में सबसे अधिक मेडल, पांचवां सबसे सफल देश खेलपथ संवाद नई दिल्ली। सितम्बर में 19वें एशियाई खेलों का आयोजन होने जा रहा है। 1951 से शुरू हुए एशियाई खेलों में भारत अब तक 672 पदक जीत चुका है। इन पदकों में 155 स्वर्ण, 201 रजत और 316.......
खेल पत्रकारिता को जो लोग आसान मानते हैं, वह गलत हैं। पत्रकारिता में खेल पत्रकारिता सबसे चुनौती भरा कदम है। यदि आपको खेल पसंद है और आपको लिखने का शौक है एवं खेल की बारीकियों को जानना उसका विश्लेषण करना आपको पसंद है तो खेल पत्रकारिता के रूप में आप अपने करियर को एक नई दिशा दे सकते हैं। जैसा कि नाम से ही पता चलता है की ये एक खेल रिपोर्टिंग करियर है। कई लोगों को लगता है के खेल में करियर बनाने के लिए आपको एथलीट या किसी एक खेल में अच्छा प्रदर्शन करना जरुरी ह.......
लेट्स मूव यानी आओ चलें इस साल का है थीम खेलपथ संवाद नई दिल्ली। हर साल 23 जून को अंतरराष्ट्रीय ओलम्पिक दिवस मनाया जाता है। समूची दुनिया में इस दिवस की अपनी महत्ता है। ओलम्पिक और भारत की जहां तक बात है हम मेडलों की दृष्टि से बेशक बहुत पीछे हों लेकिन हमारे खिलाड़ियों की सहभागिता किसी मामले में कम नहीं कही जा सकती। 23 जून को खेल और.......
खेलपथ संवाद नई दिल्ली। बहुचर्चित वैश्विक स्वास्थ्य पत्रिका लैंसेट में प्रकाशित, एक व्यापक भारतीय अध्ययन वाली रिपोर्ट परेशान करती है जिसमें भारत में डायबिटीज के दस करोड़ रोगी होने की बात कही गई है। ज्यादा चिंता यह है कि 13.6 करोड़ भारतीय मधुमेह की पूर्व स्थिति में हैं। प्री-डायबिटीज श्रेणी के लोगों में से साठ फीसदी के अगले पांच वर्ष में डायबिटीज की चपेट में आने की आशंका होती है। ये आंकड़े विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों से कहीं.......
पिता जितेंद्र यादव को अपनी बेटियों पर नाज खेलपथ संवाद गुरुग्राम। बेटियां हर क्षेत्र में अपने दमखम और कौशल से नए-नए प्रतिमान स्थापित कर रही हैं। खेल के क्षेत्र में तो बेटियों का दमखम हर क्षेत्र से जुदा है। अभिभावकों की प्रशंसा करनी होगी कि वह अपने बच्चों को न केवल मैदानों तक ले जाते हैं बल्कि उन्हें प्रेरित भी करते हैं। हम आज बात कर रहे हैं गुरुग्राम की उन तीन बहनों की जोकि ताइक्वांडो खेल में भारत का गौरव बढ़ा रही हैं। देश-दुनि.......
यह बल प्रयोग खेलहित में कितना उचित इस घटनाक्रम का देश में अच्छा संदेश नहीं गया खेलपथ संवाद नई दिल्ली। यह विचित्र विडम्बना थी कि जिस समय देश की नयी संसद देश को समर्पित करने की प्रक्रिया चल रही थी, उसी दौरान दिल्ली पुलिस जंतर-मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों व उनके समर्थकों को बलपूर्वक हटा रही थी। इतना ही नहीं, उनके खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप में विभिन्न धाराओं में प्राथमिकी भी दर्ज की गई है। दरअसल, ये पहलव.......
क्रिकेट नहीं पर फुटबॉल-हॉकी सहित और खेलों को छूट खेलपथ संवाद नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच लम्बे समय से द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज नहीं हो रही है। टीम इंडिया आईसीसी के टूर्नामेंट या एशिया कप में ही उसके खिलाफ खेलती है। भारतीय टीम पाकिस्तान का दौरा नहीं करना चाहती वहीं, पाकिस्तान भारत आना नहीं चाहता है। हालांकि, सिर्फ क्रिकेट में ही ऐसा है। अन्य खेलों में दोनों टीमों का सामना लगातार हो रहा है। दोनों देशों के क्रिकेट बोर्ड ने इस सा.......
मानसिक सुकून यदि चाहिए तो आराम करिए खेलपथ संवाद ग्वालियर। आज के आधुनिक दौर में सोशल मीडिया हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया है। चाहे आपको किसी तरह की जानकारी लेनी हो, अपने प्रोडक्ट की पब्लिसिटी करनी हो, अवेयर करना हो- हर फील्ड का प्लेटफार्म बनाने का काम कर रहा है। सोशल मीडिया ऑनलाइन प्लेटफॉर्म मस्तिष्क के उसी हिस्से को सक्रिय करते हैं, जिस हिस्से को अन्य आदतें भी करती हैं। लाइक्स, ज्यादा से ज्यादा व्यूअर, फॉलोअर और सब्स.......
श्रीप्रकाश शुक्ला पहलवानों की लम्बी कवायद के बाद आखिरकार दिल्ली पुलिस ने भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष के खिलाफ दो अलग-अलग मामलों में प्राथमिकी दर्ज कर ली है। यह तब हुआ जब उच्चतम न्यायालय ने हस्तक्षेप किया तब। यह कोई अच्छी स्थिति नहीं कही जा सकती कि राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय कुश्ती स्पर्धाओं में पदक जीतने वाली खेल प्रतिभाओं को अपनी मांग को लेकर जंतर-मंतर पर धरने पर बैठना पड़े। यह खेल मंत्रालय और भारतीय कुश्ती महासंघ के लिये भी अच्छा नहीं है कि.......
जूते नहीं खरीद सकी, नंगे पैर दौड़ी और छालों का दर्द सहा मां विनीता सिंह ने कपड़े सिलकर बेटी के सपनों को कर रहीं पूरा श्रीप्रकाश शुक्ला झांसी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खेलों के उत्थान को प्रतिबद्ध हैं, वह चाहते हैं कि प्रदेश की प्रतिभाओं को दूसरे राज्यों की तरफ पलायन न करना पड़े लेकिन खेल निदेशालय के आलाधिकारी सिर्फ घोषणाएं कर प्रतिभाओं का मन बहला रहे हैं। कल भी उत्तर प्रदेश की प्रतिभाएं पलायन कर रही थीं और आज भी यह सिलसिला ज.......
