भारत में स्पोर्ट्स बजट प्रति व्यक्ति 10 पैसा भी नहीं

चीन भारतीय खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा क्यों नहीं? श्रीप्रकाश शुक्ला ग्वालियर। भारत में खेलों का स्याह सच हर किसी को पता है लेकिन किसी माई के लाल में दम नहीं कि वह केन्द्रीय खेल मंत्रालय, बिना दांत के हाथी भारतीय खेल प्राधिकरण और स्वनामधन्य भारतीय ओलम्पिक संघ के खिलाफ मुंह खोल सके। हमारे राजनीतिज्ञ प्रायः मुल्क की तुलना अपने पड़ोसी देश चीन.......

आओ खेलों की चोचलेबाजी पर ताली पीटें

विश्व एथलेटिक्स दिवस पर विशेष श्रीप्रकाश शुक्ला ग्वालियर। खेलों में हर दिन और हर पल का महत्व है। खेलों को बढ़ावा देने के लिए हमारी हुकूमतें पिछले 75 साल से हाथ-पैर मारते हुए आर्थिक रूप से कमजोर मुल्क का बेशकीमती पैसा पानी की तरह बहा रही हैं। खेलो इंडिया, फिट इंडिया जैसे कार्यक्रम राष्ट्रीय खेल संगठनों तथा खेलनहारों की मौज-मस्ती का पैगाम .......

बड़बोले टीम मैनेजर की नासमझी से जीवाजी विश्वविद्यालय शर्मसार

आल इंडिया यूनिवर्सिटी चैम्पियन हॉकी बेटियां निराश श्रीप्रकाश शुक्ला ग्वालियर। हर खिलाड़ी का यूनिवर्सिटी खेलों में हिस्सा लेना और पदक जीतना एक सपना होता है लेकिन बिना खेले ही यदि खिलाड़ी या टीम को आयोजन स्थल से वापस लौटना पड़े तो उस पर क्या बीतती होगी इसका अंदाजा सिर्फ और सिर्फ एक खिलाड़ी ही लगा सकता है। बेंगलूरु में चल रहे खेलो इंडिया यू.......

हरियाणा बना स्पोर्ट्स का पॉवर हाउस

540 करोड़ के खेल बजट का प्रावधान श्रीप्रकाश शुक्ला चण्डीगढ़। हरियाणा खेलों में उत्कृष्टता के नए प्रतिमान स्थापित कर रहा है। खिलाड़ियों को नौकरी में वरीयता देने के साथ हरियाणा अपने यहां नियमित प्रशिक्षक रख रहा है। प्रदेश में अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी तैयार करने के वास्ते सरकार ने खेलों का बजट 540 करोड़ का फैसला लिया है जोकि अ.......

किसान की बेटी ज्योति ने जूडो में कमाया नाम

खेलपथ संवाद नई दिल्ली। किसान की बेटी ज्योति ने जूडो में अपने दम पर राष्ट्रीय स्तर पर नाम कमाया। गांव सौंगल निवासी 20 वर्षीय ज्योति ने बताया कि 5 साल पहले उन्होंने गांव में ही डीपीई संदीप कुमार के पास जूडो खेलना शुरू किया था। उसके बाद कोच चेतन और कोच सोनू ने उन्हें जूडो का अभ्यास करवाया। अब गांव में ही अभ्यास कर रही हैं और करीब 20 खिलाड़ियों को अभ्यास करवा रही हैं। पिता रामनिवास खेती करते हैं। घर में मां गुड्डो देवी और बड़ा भाई अजय हैं। खेल .......

लड़कों संग खेलकर शैफाली बनी बेजोड़ क्रिकेटर

खेलपथ संवाद नई दिल्ली। जुनून सफलता की गारंटी है! भारतीय महिला क्रिकेट टीम की स्टॉर बल्लेबाज शैफाली वर्मा ने इसे सच साबित कर दिखाया है। क्रिकेट का इन्हें इतना जुनून था कि अकादमी में दाखिला लेने के लिए उन्होंने कई साल तक लड़कों के कपड़े पहने। लड़कों की कटिंग करवा कर क्रिकेट की ट्रेनिंग ली। लड़कों के साथ क्रिकेट खेली और उनकी गेंदों पर भी चौके-छक्के लगाए।  शैफाली आईसीसी-टी-20 रैकिंग में नंबर एक महिला बल्लेबाज बनीं। उन्होंने 15 साल की.......

बुलंद हौसलों से मिली सविता पूनिया को हॉकी में मंजिल

खेलपथ संवाद नई दिल्ली। सिरसा के ग्रामीण अंचल में जन्मी सविता पूनिया के हॉकी खेलने के जुनून ने उन्हें भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान तक पहुंचा दिया। उनकी गिनती सर्वश्रेष्ठ गोलकीपरोंं में होती है। हॉकी में ओलम्पिक खेल चुकीं सविता पूनिया का जन्म 11 जुलाई, 1990 को सिरसा के गांव जोधकां के डॉ. महेंद्र पूनिया के घर हुआ। स्कूली समय में 14 वर्ष की उम्र में वर्ष 2004 में शिक्षक केवल कंबोज ने उन्हें हॉकी थमाई। उसके बाद सविता अपने खेतों में अभ्यास करन.......

खिलाड़ी बेटियों के जोश और जुनून को हिन्दुस्तान का सलाम

खेलपथ संवाद नई दिल्ली। बेटियां अबला नहीं सबला हैं। इसे खिलाड़ी बेटियों ने अपने जोश और जुनून से साबित किया है। आज खेलपथ ऐसी बेटियों की कर्मठता से अपने पाठकों को अवगत करा रहा है जिन्होंने मुसीबतों की परवाह किए बिना देश ही नहीं दुनिया में हिन्दुस्तान का गौरव बढ़ाया है। नेहा गोयल ने संघर्ष के मैदान में दागे जीत के गोल सोनीपत: टोक्यो ओलम्पिक में बतौर मिड फील्डर भारतीय महिला हॉकी टीम का प्रतिनिधित्व करने वाली नेहा ग.......

आईओए अध्यक्ष-कोषाध्यक्ष के बीच ठनी रार का मुख्य सूत्रधार कौन?

भारतीय ओलम्पिक संघ में सबकुछ ठीकठाक नहीं चल रहा खेलपथ संवाद नई दिल्ली। भारतीय ओलम्पिक संघ के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा मामले में कोषाध्यक्ष आनंदेश्वर पांडेय की भूमिका काफी अहम है। इन दोनों के बीच लम्बे समय से नूरा-कुश्ती चल रही है। खेलों के खजाने को स्वहित में खाली करने को लेकर बत्रा और पांडेय में एक-दूसरे के खिलाफ जमकर पत्र-व्यवहार हुए। असलम शेर खान ने हॉकी में गड़बड़झाले को लेकर जैसे ही बत्रा को कटघरे में खड़ा किया अब कोषाध्यक्ष पांडेय .......

खिलाड़ियों के प्रोत्साहन को बने बेहतर राष्ट्रीय खेल नीति

ऐसी नीति हो जिससे प्रशिक्षक-शारीरिक शिक्षक भी लाभान्वित हों श्रीप्रकाश शुक्ला हरियाणा खेलों में देश के अन्य राज्यों के लिए रोल मॉडल है। हरियाणा की पदक लाओ, पद पाओ नीति ने खिलाड़ियों की उम्मीदों को पंख लगाए हैं लेकिन इस नीति से भी बेहतक किया जा सकता है। देश में खिलाड़ियों के प्रोत्साहन की ऐसी बेहतर और स्थायी नीति बनाए जाने की जरूरत है जिससे हर राज्य का खिलाड़ी लाभान्वित हो। हरियाणा खेलों को लेकर यदि बेहतर कर सकता है तो दूसरे राज्य क्य.......