सप्ताह की शख्सियत नयी दिल्ली। बल्लेबाज के रूप में विरोधी गेंदबाजों और एक कप्तान के रूप में विपक्षी टीम पर हावी होने की अपनी विशिष्ट शैली के कारण क्रिकेट जगत में अपनी अलग पहचान बनाने वाले विराट कोहली दुनिया के उन चंद कप्तानों में शामिल हैं, जिन्होंने अतिरिक्त जिम्मेदारी मिलने के बाद अपने खेल को भी नयी ऊंचाइयों तक पहुंचाया। लेकिन कोहली अब टी20 प्रारूप की कप्तानी छोड़ने का फैसला कर चुके हैं। संयुक्त अरब अमीरात में होने वाले टी20 व.......
साओ पाउलो। ब्राजील के दिग्गज फुटबॉलर पेले की आंत से ट्यूमर निकालने के लिये किये ऑपरेशन के बाद स्थिति सामान्य बनी हुई है और उनकी बेटी केली नेसिमेंटो ने कहा कि वह धीरे-धीरे ठीक हो रहे हैं। लेकिन अल्बर्ट आइंस्टीन अस्पताल ने कहा कि 80 वर्षीय पेले को सांस लेने में मामूली दिक्कत के कारण गुरुवार की रात को फिर से आपात चिकित्सा कक्ष में भर्ती कराया गया था। उनका उपचार चल रहा है। अस्पताल ने इसके आगे कोई जानकारी नहीं दी। पेले का 4 सितंबर को ऑपरेश.......
परिवार की आय का एकमात्र जरिया रही गाय बेची थी खेलपथ संवाद मुम्बई। कौन बनेगा करोड़पति-13 के एक एपिसोड में हॉकी खिलाड़ी पीआर श्रीजेश ओलम्पिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा के साथ बतौर स्पेशल गेस्ट शामिल हुए। शो में खिलाड़ी से होस्ट अमिताभ बच्चन ने पूछा कि उनके पिता के साथ उनका रिश्ता कैसा है तब श्रीजेश ने बताया कि स्पोर्ट्स के इक्विपमेंट खरीदने के लिए उनके पिता ने गाय को बेच दिया था जो उनकी पारिवार की इनकम का एक सोर्स थी। बता दें, पीआर श.......
अपने बड़े भाई से सीखी थी हॉकी की वर्णमाला श्रीप्रकाश शुक्ला ग्वालियर। दुनिया को अपनी स्टिक से सम्मोहित करने वाले महान हॉकी योद्धा, रिंग मास्टर, अचूक स्कोरर कैप्टन रूप सिंह को बेशक दुनिया भूल चुकी हो पर तानाशाह एडोल्फ हिटलर के मुल्क में आज भी उनकी अमरगाथा पढ़ी और सुनी जाती है। हॉकी के जादूगर दद्दा ध्यानचंद के अनुज कैप्टन रूप सिंह आठ सितम्बर, 1908 को मध्यप्रदेश के जबलपुर में सोमेश्वर सिंह के घर जन्मे थे। इनकी श.......
हिटलर के हीरो को 113वीं जयंती पर शत-शत नमन श्रीप्रकाश शुक्ला ग्वालियर। अपने खेल-कौशल से दो बार (1932 और 1936) भारत को ओलम्पिक हाकी का स्वर्ण मुकुट पहनाने वाले कालजयी कैप्टन रूप सिंह अपनी ही जन्म और कर्मस्थली में नाकद्री का शिकार हैं। आठ सितम्बर, 1908 को जबलपुर में जन्मे रूप सिंहजी की कर्मस्थली ग्वालियर रही है। कैप्टन रूप सिंह स्टेडियम के पास स्थित उनके प्रतिमा स्थल को देखकर लगता ही नहीं कि यह वही खिलाड़ी है जिसने अपने जादुई खेल से ता.......
गौतमबुद्ध नगर के डीएम ने पैरालम्पिक में जीता चांदी का पदक खेलपथ संवाद नई दिल्ली। पैरालम्पिक में चांदी का पदक जीतने के बाद गौतमबुद्ध नगर के डीएम और शटलर सुहास एलवाई को पिता यथिराज की बहुत याद आई। वह भावुक होकर बोलते हैं कि आज अगर उनके पिता होते तो पैरालम्पिक पदक देखकर बहुत खुश होते। सुहास ने खुलासा किया कि वह इस पदक को अपने पिता को समर्पित करते हैं। यह उन्हीं का दिया हुआ आत्मविश्वास है कि वह पहले आईएएस बने और आज पैरालम्पिक पदक विजेता।.......
स्पोर्ट्स कप्तान थे फिर भी मिलते थे कम लम्बाई के ताने अपना स्वर्ण कोरोना वॉरियर्स को समर्पित किया खेलपथ संवाद नई दिल्ली। स्कूल में स्पोर्ट्स कप्तान और कॉलेज में क्रिकेट, फुटबॉल, एथलेटिक्स के माहिर खिलाड़ी होने के बावजूद चार फुट पांच इंच के कृष्णा नागर की कम लम्बाई उनकी दुश्मन बन गई थी। कॉलेज में जब कृष्णा को लड़के-लड़कियां उनकी लम्बाई को लेकर ताने मारने लगे तो उन्हें बुरा लगने लगा। उनके पिता सुनील नागर को इसका पता.......
दिन में प्रशासनिक काम तो रात को करते थे अभ्यास खेलपथ संवाद नई दिल्ली। अगस्त के अंतिम सप्ताह में टोक्यो रवाना होने से पहले जब सुहास एथिराज से उनके बैडमिंटन अभ्यास और डीएम के रूप में काम के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा था कि मैं दिन के सभी काम खत्म होने के बाद रात 10 बजे से दो घंटे तक अभ्यास करता हूं। मैं लगभग छह वर्षों से इस तरह से अपने खेल और प्रशासनिक कर्तव्यों का प्रबंधन कर रहा हूं। उनकी पेशेवर यात्रा 2016 में शुरू हुई.......
मामला नीरज का भाला नदीम के पास मिलने का खेलपथ संवाद नई दिल्ली। टोक्यो ओलम्पिक में भारत को एथलेटिक्स में गोल्ड दिलाने वाले नीरज चोपड़ा बेहद नाराज हैं। उन्होंने ट्विटर पर एक वीडियो जारी कर अपनी नाराजगी जाहिर की है। नीरज ने गुरुवार को कहा कि मेरी आप सभी से विनती है की मेरे कमेंट्स को अपने गंदे एजेंडा को आगे बढ़ाने का माध्यम न बनाएं। स्पोर्ट्स हम सबको एकजूट होकर साथ रहना सिखाता है और कमेंट करने से पहले खेल के रूल्स जानना जरूरी होता है।&nb.......
मामला नीरज का भाला नदीम के पास मिलने का खेलपथ संवाद नई दिल्ली। टोक्यो ओलम्पिक में भारत को एथलेटिक्स में गोल्ड दिलाने वाले नीरज चोपड़ा बेहद नाराज हैं। उन्होंने ट्विटर पर एक वीडियो जारी कर अपनी नाराजगी जाहिर की है। नीरज ने गुरुवार को कहा कि मेरी आप सभी से विनती है की मेरे कमेंट्स को अपने गंदे एजेंडा को आगे बढ़ाने का माध्यम न बनाएं। स्पोर्ट्स हम सबको एकजूट होकर साथ रहना सिखाता है और कमेंट करने से पहले खेल के रूल्स जानना जरूरी होता है।&nb.......
