म.प्र. राज्य फेंसिंग अकादमी के पैरा खिलाड़ियों ने जीते दो कांस्य पदक
![](images/a1para fencing player with Director and Coach.jpeg)
14वीं राष्ट्रीय पैरा फेंसिंग चैम्पियनशिप-2022
खेलपथ संवाद
भोपाल। मध्यप्रदेश राज्य फेंसिंग अकादमी के पैरा खिलाड़ियों ने 14वीं राष्ट्रीय पैरा फेंसिंग चैम्पियनशिप-2022 की ए कैटेगरी में दो कांस्य पदक अर्जित किए। चैम्पियनशिप से लौटे खिलाड़ियों ने तात्या टोपे स्टेडियम में संचालक खेल और युवा कल्याण विभाग रवि कुमार गुप्ता से सौजन्य भेंट की। खिलाड़ियों ने अपने पदक संचालक खेल को दिखाते हुए इसका श्रेय विभाग की फेंसिंग अकादमी को दिया। तीनों ही खिलाड़ी पोलियो से ग्रस्त हैं और खेलने का जज्बा रखते हैं।
संचालक खेल और युवा कल्याण रवि कुमार गुप्ता ने खिलाड़ियों को मेडल जीतने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि अकादमी में आपको प्रशिक्षण के लिए कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। भविष्य में होने वाली प्रतियोगिताओं के लिए और मेहनत करें और मध्यप्रदेश तथा देश के लिए पदक जीतें। इस अवसर पर फेंसिंग अकादमी के मुख्य प्रशिक्षक भूपेंद्र सिंह चौहान भी उपस्थित रहे। चैम्पियनशिप में 35 वर्षीय दीपक शर्मा ने ईपी इवेंट में भाग लेकर व्यक्तिगत और ईपी टीम इवेंट में कांस्य पदक जीता। गुना जिले के ग्राम म्याना निवासी दीपक विगत एक वर्ष से इस खेल में प्रशिक्षण हासिल कर अपने प्रदर्शन को निखार रहे हैं। दीपक इससे पहले इटली में आयोजित विश्व कप में भी भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। वहां उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए 32वीं रैंक हासिल की थी।
मुरैना के ग्राम जिगनी निवासी संजीव कोटिया ने चैम्पियनशिप में भाग लेते हुए ईपी टीम इवेंट में कांस्य पदक जीता। 23 वर्षीय संजीव ने इस प्रतियोगिता में खिताब के प्रबल दावेदार हरियाणा के खिलाड़ी को हराकर बड़ा उलटफेर किया था। संजीव कयाकिंग-केनोइंग भी खेलते हैं। पहली ही बार में पदक जीतने से संजीव काफी उत्साहित हैैं। मेहगांव निवासी अरविंद रजक ने इस प्रतियोगिता में ईपी टीम इवेंट में कांस्य पदक अर्जित किया। 23 वर्षीय अरविंद पंजा कुश्ती के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी हैं। उन्होंने पंजा कुश्ती विश्व कप में रजत पदक भी जीता है।
पैरा खिलाड़ियों ने इस बात को स्वीकार किया कि हाल ही में हमें अकादमी में फेंसिंग प्रशिक्षक भूपेंद्र सिंह चौहान का मार्गदर्शन मिला है। अकादमी की सुविधाओं और प्रशिक्षण की मदद से हम अच्छा प्रदर्शन करने में कामयाब हुए हैं। कम समय में अच्छे प्रशिक्षण की मदद से हम पदक जीतने में कामयाब रहे हैं। भविष्य में और अच्छा प्रदर्शन कर प्रदेश और देश का नाम रोशन करेंगे।