राजीव एकेडमी में हुआ सर्विलांस विश्लेषण क्षेत्र में करिअर अपॉर्च्युनिटी पर व्याख्यान

धोखाधड़ी रोकने सर्विलांस विश्लेषकों की हर क्षेत्र को जरूरतः सौरभ कुमार

मथुरा। आज के समय में हर जगह से तरह-तरह के ठगी और धोखाधड़ी के मामले सामने आ रहे हैं। इस ठगी और धोखाधड़ी को रोकने के लिए आज निगरानी तकनीक यानी सर्विलांस विश्लेषण का असर हर जगह देखा जा रहा है। हवाई अड्डों, सीमा पार गतिविधियों से लेकर पुलिस स्टेशनों यहां तक कि हमारे स्कूल-कॉलेजों में भी इसकी मौजूदगी देखी जा सकती है। सच्चाई तो यह है कि धोखाधड़ी को रोकने के लिए आज हर क्षेत्र को सर्विलांस विश्लेषकों की जरूरत है। यह बातें राजीव एकेडमी फॉर टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट के एमबीए विभाग द्वारा आयोजित अतिथि व्याख्यान में रिसोर्स परसन सौरभ कुमार (असिस्टेंट मैनेजर आई. एनर्जिअर नोएडा) ने छात्र-छात्राओं को बताईं।

रिसोर्स परसन सौरभ कुमार ने छात्र-छात्राओं को बताया कि सर्विलांस विश्लेषण के क्षेत्र में करिअर अपॉर्च्युनिटी की अपार सम्भावनाएं हैं। हम इस क्षेत्र में तकनीकी दक्षता हासिल कर अपना शानदार करिअर बना सकते हैं। अतिथि वक्ता ने कहा कि सर्विलांस विश्लेषक का पद बहुत महत्वपूर्ण है। इस पद पर कार्य करने वाला व्यक्ति समाज में व्याप्त भ्रष्टाचारियों, अपराधियों, चोरों आदि की कार्यप्रणाली का मशीनी अध्ययन करके उन्हें कानून के सुपुर्द करवाने में मदद करता है।

इस प्रकार की आपराधिक गतिविधियां सरकारी तथा गैर सरकारी विभागों में लगातार हो रही हैं। उन्होंने बताया कि बैंकिंग क्षेत्र, इंश्योरेंस क्षेत्र, हेल्थकेअर क्षेत्र, टेलीकम्युनिकेशन विभाग, क्रेडिट कम्पनियों में ग्राहकों का अकाउण्ट हैक होना धोखाधड़ी की गतिविधि में आता है जिसे सर्विलांस विश्लेषक बड़ी आसानी से पकड़ लेता है। आजकल किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी होने पर सर्विलांस विश्लेषक की मदद ली जाती है ताकि निवेशक को आर्थिक नुकसान से बचाया जा सके।

अतिथि वक्ता ने कहा कि सर्विलांस विश्लेषक का कार्य विभागों में कार्यरत कर्मचारियों के सहयोग पर आधारित है क्योंकि फ्रॉड करने वाले ग्राहक की नकली आईडी आदि का प्रयोग करके बैंक खातों से धोखाधड़ी करते हैं। सर्विलांस विश्लेषक विभागीय कर्मचारियों से डाटा एकत्रित करके अपराधी को डिटेक्ट करते हैं फिर उसे कानून के हवाले कर दिया जाता है। धोखाधड़ी कितनी भी सावधानी से क्यों न की गई हो एक अच्छा सर्विलांस विश्लेषक ऐसे ठग को कानून के हवाले कर सकता है।

अतिथि वक्ता ने छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि वे अपने कम्युनिकेशन स्किल, डिजिटल स्किल, डेटा विश्लेषण आदि को दुरुस्त कर एक अच्छा सर्विलांस विश्लेषक बनकर अपना भविष्य संवार सकते हैं। उन्होंने कहा कि आज के समय में छात्र-छात्राएं कॉरपोरेट जगत में भी डेटा विश्लेषक बनकर अपना करिअर संवार सकते हैं। आज इस क्षेत्र में जॉब की अपार सम्भावनाएं हैं। अंत में संस्थान के निदेशक डॉ. अमर कुमार सक्सेना ने अतिथि वक्ता का छात्र-छात्राओं को बहुमूल्य समय और मार्गदर्शन देने के लिए आभार माना।

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