एथलीट शर्मिला के दर्द की दास्तां सुन प्रधानमंत्री हुए भावुक

पति नशे में पीटता था, 34 की उम्र में खेलना शुरू किया शर्मिला की दोनों बेटियां भी खिलाड़ी हैं राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतना है लक्ष्य खेलपथ संवाद नई दिल्ली। इंसान परिस्थितियों का दास है। मंजिल वही हासिल करता है जोकि परेशानियों पर फतह हासिल करता है। भारतीय एथलीट शर्मिला के दर्द की कहानी सुन रोंगटे खड़े हो जाते हैं। यह सोचने को विवश होना पड़ता है कि क्या वाकई हमारा समाज इतना निर्दय हो गया है जोकि महिलाओं की कद्र क.......

देश का गौरव नीरज चोपड़ा बचपन में थे शरारती

परिवार ने पाई-पाई जोड़ दिलाया था भाला खेलपथ संवाद नई दिल्ली। सफलता यूं ही नहीं मिलती इसके लिए कड़ी मेहनत करने के साथ कई चीजों का परित्याग भी करना पड़ता है। आज नीरज चोपड़ा जिस मुकाम पर हैं, इसे हासिल करने के लिए उन्होंने कड़ी मशक्कत करने के साथ ही कई मामलों पर समझौता भी किया है। पहले ओलम्पिक मेडल और अब विश्व एथलेटिक्स में चांदी का मेडल हासिल करने नीरज के अदम्य साहस का प्रतिफल है। भारत के 'गोल्डन ब्वॉय' नीरज चोपड़ा ने एक.......

एथलेटिक्स में मिल्खा सिंह और कृष्णा पूनिया पहले स्वर्ण पदकधारी

राष्ट्रमंडल खेलः पिछले 20 सालों से लगातार शीर्ष-5 में खेलपथ संवाद नई दिल्ली। राष्ट्रमंडल खेलों में भारत को पहला पदक पहलवान राशिद अनवर ने 1934 लंदन में हुए खेलों में दिलाया था। उसी संस्करण में भारत ने पहली बार इन खेलों में हिस्सा लिया था। तब भारतीय दल में छह खिलाड़ी शामिल थे, जिन्होंने एथलेटिक्स और कुश्ती में हिस्सा लिया था। भारत को इन खेलों में अपना पहला स्वर्ण हासिल करने में 24 साल लग गए। पहला स्वर्ण 1958 में उड़न सिख मिल्खा सिंह ने.......

आज से राज्यसभा सांसद बतौर सेवाएं देंगी पीटी ऊषा

ट्रैक पर जलवा दिखाने वाली यह एथलीट संसद में क्या खिलाएगी गुल भारत के लिए 103 अंतरराष्ट्रीय मेडल जीते हैं खेलपथ संवाद नई दिल्ली। राज्यसभा की नई मनोनीत सांसद और पूर्व ओलम्पिक ट्रैक एंड फील्ड एथलीट पीटी ऊषा आज पहली बार उच्च सदन में शपथ लेंगी। पीटी ऊषा ने 1984 ओलम्पिक खेलों में चौथा स्थान हासिल किया था। पीटी ऊषा को 1983 में अर्जुन अवॉर्ड और 1985 में देश के चौथे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्मश्री से सम्मानित किया गया थ। अब उन्हें राज.......

ओलम्पिक स्वर्ण पदक विजेता को 110 साल बाद मिला इंसाफ

पेशेवर खिलाड़ी होने के चलते जिम थोर्पे से छिने थे पदक वर्ल्ड एथलेटिक्स भी अपने रिकॉर्ड में संशोधन को तैयार  लुसाने (स्विट्जरलैंड)। अमेरिका के जिम थोर्पे को 1912 स्टाकहोम ओलम्पिक में ट्रैक एंड फील्ड की पेंटाथलान एवं डेकाथलान स्पर्धा का एकमात्र विजेता घोषित कर दिया गया है। 110 साल पहले उनसे ये स्वर्ण खेलों की गैर-पेशेवर प्रकृति के कड़े नियमों के कारण छीन लिए गए थे। दरअसल ओलम्पिक खेलों में सिर्फ गैर पेशेवर खिलाड़ी ही हिस्सा ले सकते.......

स्कर्ट पहनकर मैच जीतने वाली पहली भारतीय लड़की लीला राव

बायां हाथ कमजोर था, फिर भी विम्बलडन  में मचाया था तहलका बिना थमे चढ़ जाती थी पहाड़ नई दिल्ली। भारत में जिस दौर में महिलाओं के लिए समाजिक दायरा तय था। उसी दौर में अधिकतर भारतीय महिला टेनिस खिलाड़ी साड़ी पहनकर टेनिस खेलती थीं, तब न सिर्फ लीला राव दयाल बल्कि उनकी मां क्षमा ने भी शॉर्ट स्कर्ट पहन कर टेनिस खेलने की हिम्मत दिखाई। उन्होंने भारतीय लोगों की सोच को बदला और साबित किया कि टेनिस खेलने के लिए और मूवमेंट करके शॉर्ट मारने के लिए .......

मैं वो नहीं जोकि दुनिया जानती हैः मो फराह

चार ओलम्पिक पदक जीतने वाले एथलीट का खुलासा मुझे चार साल की उम्र में तस्करी कर इंग्लैंड लाया गया मेरा नाम मो फराह नहीं हुसैन आब्दी काहिन है लंदन। दुनिया के नामी लम्बी दूरी के एथलीटों में शुमार इंग्लैंड के सर मो फराह (मोहम्मद फराह) ने लोगों को हिला देना वाला खुलासा किया है। लंदन और रियो ओलम्पिक में 5000, 10000 मीटर के चार स्वर्ण पदक जीतने वाले एथलीट ने बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री में खुलासा किया है कि वह मो फराह नहीं हैं, उनका नाम ह.......

94 साल की दादी भगवानी देवी बनीं दुनिया की सबसे तेज धावक

विश्व मास्टर्स एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में जीते तीन मेडल टाम्परे (फिनलैंड)। उम्र तो एक आंकड़ा है। यदि मन में जीत का जोश और जज्बा हो तो कोई लक्ष्य नामुमकिन नहीं, इसे ही टाम्परे (फिनलैंड) में हुई विश्व मास्टर्स एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में भारत की 94 साल की दादी भगवानी देवी ने तीन मेडल जीतकर साबित किया है। दादी भगवानी ने 100 मीटर स्प्रिंट कॉम्पटीशन में 24.74 सेकेंड का समय लेते हुए स्वर्ण पदक जीता। दादी ने इस स्वर्ण के अलावा, शॉटपुट और भालाफेंक में.......

सफलता का कोई शॉर्ट कट नहीं होताः साक्षी मलिक

खुद को खुशनसीब मानती हूं कि देश को गर्व का मौका दिया खेलपथ संवाद नई दिल्ली। 2016 के रियो ओलम्पिक में कांस्य पदक जीतने वाली पहलवान साक्षी मलिक ने युवाओं को अपना सक्सेस मंत्र दिया है। वे 'गेटिंग द ब्रीड: द जेन-Z वे टु सक्सेस' बुक लॉन्च के अवसर पर युवाओं से बात कर रही थीं। दिल्ली में आयोजित इस इवेंट में एक सवाल के जवाब में साक्षी मलिक ने कहा कि किसी सफलता का मूल मंत्र यह है कि किसी शॉर्टकट के चक्कर में न पड़ें। सफलता का कोई शॉर्ट.......

फिलीपींस का पेशेवर बॉक्सर मार्क मैगसायो संघर्षों से बना फौलादी

फेदरवेट चैम्पियन को अगला मैनी पैक्कियाओ बोला जा रहा  24 बाउट लड़ी हैं और सभी में जीत हासिल की नई दिल्ली। फिलीपींस के पेशेवर बॉक्सर और वर्ल्ड बॉक्सिंग काउंसिल (डब्लूबीसी) में फेदरवेट विश्व चैम्पियन मार्क मैगसायो को दुनिया भर में अगला मैनी पैक्कियाओ (फिलीपींस के महान पेशेवर मुक्केबाज) बुलाया जा रहा है। पेशेवर बॉक्सिंग की दुनिया में उन्होंने अब तक 24 बाउट लड़ी हैं और सभी में जीत हासिल की है, जिसमें 16 नॉक आउट जीत शामिल हैं। मैगसायो का बचपन और बेहद संघर्.......