भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान चरणजीत सिंह का निधन

1964 ओलम्पिक में भारत को दिलाया था स्वर्ण खेलपथ संवाद नई दिल्ली। भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान चरणजीत सिंह का गुरुवार सुबह पांच बजे निधन हो गया। वे 92 साल के थे। ऊना में उन्होंने अपने घर पर अंतिम सांस ली। चरणजीत पिछले कुछ समय से अस्वस्थ चल रहे थे। चरणजीत के नेतृत्व में ही भारतीय टीम ने 1964 में टोक्यो ओलम्पिक में स्वर्ण पदक जीता था। चरणजीत अर्जुन अवार्ड और पद्मश्री से भी सम्मानित किए जा चुके हैं। आज शाम चार बजे ऊना के स्वर्गधाम में.......

आरिफ खान ने कश्मीरी युवाओं को दिखाई नई राह

कश्मीरी परिवार के युवा स्कीइंग शुरू करने को बेताब आरिफ चार विश्व चैम्पियनशिप में शिरकत कर चुके हैं खेलपथ संवाद जम्मू। कश्मीरी युवा इन दिनों स्कीइंग शुरू करने को बेता हैं। आरिफ मुहम्मद खान महज चार साल के साल के थे जब उन्होंने गुलमर्ग की बर्फ पर स्कीइंग शुरू की। समझदार हुए तो एक ही सपना देखने लगे कि इस बर्फीले खेल की इतनी ऊंचाईयां छुएं कि अशांत कश्मीरी युवाओं और अगली पीढ़ी की प्रेरणा बन सकें। 31 साल की उम्र में बीजिंग विंटर ओलम्.......

पटना के शातिर साकेत कुमार का जवाब नहीं

शतरंज की दुनिया में कुछ अलग करने की ख्वाहिश लक्ष्य माल्टा में होने वाली विश्व शौकिया शतरंज चैम्पियनशिप जीतना श्रीप्रकाश शुक्ला पटना। दुनिया भर में न जाने कितने खेल खेले जाते हैं। कुछ खेल शारीरिक होते हैं तो कुछ मानसिक। कुछ खेल तकनीकी सहायता से खेले जाते हैं तो कुछ खेल भौतिक चीजों के.......

पहलवान वीरेन्द्र सिंह की मांग पर खेल निदेशक ने दिया जवाब

पहले ही मिल चुका है 1.20 करोड़ का पुरस्कार, खेल विभाग में नौकरी भी खेलपथ संवाद नई दिल्ली। देश-दुनिया में भारत का खूब नाम रोशन करने वाले गूंगा पहलवान उर्फ वीरेंद्र सिंह के ट्वीट पर हरियाणा सरकार की तरफ से जवाब दिया गया है। वीरेन्द्र ने ट्वीट कर मांग की थी कि उनके जैसे खिलाड़ियों को पैरा एथलीट की दर्जा दिया जाना चाहिए और उसी हिसाब से उन्हें सरकारी मदद भी दी जानी चाहिए।  इसके बाद हरियाणा के खेल निदेशक पंकज नैन ने बताया है कि.......

राष्ट्रीय क्षितिज पर फिटनेस क्वीन अंतिका प्रकाश का जलवा

किसान की बेटी के जुनून को खेलपथ का सलाम श्रीप्रकाश शुक्ला ग्वालियर। कुछ लोगों में प्रतिभा जन्मजात होती है, तो कुछ अपनी कड़ी मेहनत और मशक्कत से नया मुकाम हासिल करते हैं। कुछ ऐसी ही हैं मऊ के एक किसान परिवार में जन्मी अंतिका प्रकाश। घर-परिवार की जवाबदेही का निष्ठा से पालन करती हुए फिटनेस क्वीन अंतिका अपने नाम को सार्थक करते हुए योग और फिटन.......

राजनीतिज्ञों के लिए सियासत के सिवा कुछ नहीं दद्दा ध्यानचंद

बाप के नाम स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी, बेटों को आमंत्रण भी नहीं श्रीप्रकाश शुक्ला ग्वालियर। ईमानदारी क्या होती है कोई हॉकी के जादूगर दद्दा ध्यानचंद के परिवार से सीखे। जिस कालजयी को दुनिया याद कर आज भी सलाम करने से नहीं चूकती उस नाम का भारतीय राजनीतिज्ञ आज सिर्फ सियासत के लिए इस्तेमाल करते हैं। सियासत ही है कि विश्व रत्न दद्दा ध्यानचंद अपने ही मुल्क में भारत रत्न नहीं बन सके। दुःख की बात है कि दो जनवरी को मेरठ में जिस उत्तर प्रदेश सरकार द्.......

दीपा को एक ताने ने बना दिया ‘वंडर गर्ल’

खुद को ‘भैंस’ और कोच को ‘गधा’ कहे जाने से आहत थीं दीपा कर्माकर तब पदक जीतने का किया था वादा खेलपथ संवाद नई दिल्ली। कई बार एक पल इंसान की जिंदगी बदल देता है और दीपा कर्माकर के जीवन में वह पल कॉमनवेल्थ गेम्स 2010 में आया। तब वे मेडल जीतने में नाकाम रहीं और किसी साथी खिलाड़ी ने उन्हें ‘भैंस’ और उनके कोच बिश्वेश्वर नंदी को ‘गधा’ तक कह दिया। दीपा ने तब खुद से वादा किया कि वे एक.......

विराट में अब पहले जैसी काबिलियत नहीं रही

केएल राहुल ने फुटवर्क से जीता दिल नई दिल्ली। कप्तानी विवाद के बीच टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका दौरे का जोरदार आगाज किया है। पहले टेस्ट मैच के पहले दिन भारत ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करते हुए स्टम्प्स तक 3 विकेट खोकर 272 रन बना लिए। ओपनर केएल राहुल 122 और अजिंक्य रहाणे 40 रन बनाकर नाबाद हैं। दिग्गज कमेंटेटर सुशील दोषी ने अपने पॉडकास्ट में भारतीय बल्लेबाजों की जमकर तारीफ की। हालांकि, चेतेश्वर पुजारा और कप्तान विराट कोहली के फ्लॉप शो को देखकर वे का.......

साइना 10 साल की उम्र में पी.कश्यप को दे बैठी थीं दिल

कुछ ऐसी है साइना की प्रेम कहानी खेलपथ संवाद नई दिल्ली: इसी साल जकार्ता में खेले गए एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीतने वाली भारत की महिला बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल ने कहा है कि उस दौरान पारुपल्ली कश्यप ने उनकी काफी मदद की थी. साइना ने कहा कि कश्यप चोटिल थे, लेकिन फिर भी वह अभ्यास के दौरान कोर्ट पर आते थे और उनकी मदद भी करते थे. साइना ने माना कि कश्यप कई बार उन पर चिल्लाते भी थे. हाल ही में साइना और कश्यप परिणय सूत्र में बंधे हैं. स.......

बनारस की नीलू मिश्रा के हौसले को सलाम

मौत से जंग जीत नीलू ने सोने से भरी भारत की झोली खेलपथ संवाद वाराणसी। जिंदगी हर कदम एक नई जंग है... इस जंग में वही सफल हुआ है, जिसने हर परिस्थिति में भी खुद को ढाल लिया। ऐसा ही नाम है अंतरराष्ट्रीय एथलीट बनारस की नीलू मिश्रा। जी हां, छह साल तक बेड पर रहने के बाद भी आज नीलू मैदान में जब फर्राटा भरती हैं तो हर किसी की सांसें थम सी जाती हैं। नीलू एक ऐसा नाम हैं जिन्होंने मौत से जंग जीतकर भारत की झोली सोने से भरी है। बनारस की रहने .......